देश में सूचना प्रौद्योगिकी (information technology) क्षेत्र की चौथी बड़ी कंपनी सत्यम कम्प्यूटर्स (Satyam Computers) के अध्यक्ष बी. रामलिंग राजू ने खातों में भारी धांधली उजागर होने के बाद बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।सत्यम (satyam ) से जुड़ा ताजा घटनाक्रम इस प्रकार रहा-
06 जनवरी : प्रतिद्वंद्वी कंपनी कोटेक महिंद्रा (mahindra) द्वारा सत्यम (satyam) से संपर्क साधे जाने की खबरों के बाद कंपनी के शेयरों में 7 फीसदी का उछाल।
05 जनवरी : कॉरपोरेट गवर्नेंस मुद्दे के विवाद से सत्यम (satyam) का कारोबार के प्रभावित होने की आशंका के बीच कंपनी के शेयर 9 प्रतिशत लुढ़के।
02 जनवरी : सत्यम के प्रमोटरों की कंपनी (company) में हिस्सेदारी घटकर 5.13 प्रतिशत पर पहुँची। विश्लेषकों ने कंपनी के बिकने की आशंका जताई।
30 दिसंबर : कंपनी प्रबंधन में बदलाव, कंपनी के एक बड़े हिस्सेदार द्वारा अपने शेयर बेचे जाने की खबरों के बीच कंपनी के शेयरों में तेजी।
29 दिसंबर : कंपनी के तीन और निदेशकों के इस्तीफे के बावजूद कंपनी के शेयरों में प्रबंधन में बदलाव की उम्मीद के बीच तेजी।
28 दिसंबर : निवेशकों का विश्वास हासिल करने के लिए कुछ समय जुटाने के लिए कंपनी ने प्रबंधन मंडल की बैठक 10 जनवरी तक टाली।
26 दिसंबर : कंपनी के एक स्वतंत्र निदेशक मंगलम श्रीनिवास का इस्तीफा (resign)।
25 दिसंबर : विश्व बैंक से कंपनी के बारे में जारी अनावश्यक बयान वापस लेने की माँग।
24 दिसंबर : कंपनी के अधिग्रहण को लेकर उपजी अफवाहों के बीच शेयर कीमतों में भारी गिरावट।
23 दिसंबर : विश्व बैंक (world bank) ने सत्यम (satyam) के साथ कारोबार करने पर आठ वर्ष का प्रतिबंध लगाया। कंपनी के शेयर 14 फीसदी लुढ़के।
18 दिसंबर : बाजार का विश्वास जीतने के लिए प्रबंधन बोर्ड का शेयरों की वापस खरीद पर विचार के लिए 29 दिसंबर को बैठक का फैसला।
17 दिसंबर : कंपनी प्रबंधन विवाद के बीच शेयर और लुढ़के। अध्यक्ष ने कहा निवेशकों में अविश्वास इसका कारण।
16 दिसंबर : सत्यम की ओर से इनफ्रास्ट्रक्चर (infrastructure)क्षेत्र की मेटास समेत दो दिग्गज कंपनियों को 16 अरब डॉलर में खरीदने का ऐलान, लेकिन महज 12 घंटे बाद ही सौदा रद्द करने की घोषणा से कंपनी के शेयर औंधे मुँह गिरे।
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